A Review Of hindi story
A Review Of hindi story
Blog Article
The novel touches upon themes of gender discrimination, dowry, and also the struggles confronted by Girls in a male-dominated Modern society. Premchand’s crafting is characterised by its deep comprehension of human mother nature as well as the socio-cultural backdrop of his time. By way of Nirmala, he sheds light around the injustices confronted by Ladies and raises vital questions on morality, social conventions, and the necessity for societal reform.
पिंटू दौड़कर अपनी मां को बुला लाता है।
आज मिस्टर शामनाथ के घर चीफ़ की दावत थी। शामनाथ और उनकी धर्मपत्नी को पसीना पोंछने की फ़ुर्सत न थी। पत्नी ड्रेसिंग गाउन पहने, उलझे हुए बालों का जूड़ा बनाए मुँह पर फैली हुई सुर्ख़ी और पाउडर को मले और मिस्टर शामनाथ सिगरेट पर सिगरेट फूँकते हुए चीज़ों की भीष्म साहनी
'.....हर कोई दूसरे को छल रहा है और हर कोई दूसरे के द्वारा छला गया है.
हरियाणा में बीफ़ के शक़ में बंगाल के एक युवक की पीट-पीटकर हत्या, क्या है पूरा मामला
चार मित्र व शिकारी- हितोपदेश की प्रेरक कहानियां
बहुत-से लोग यहाँ-वहाँ सिर लटकाए बैठे थे जैसे किसी का मातम करने आए हों। कुछ लोग अपनी पोटलियाँ खोलकर खाना खा रहे थे। दो-एक व्यक्ति पगड़ियाँ सिर के नीचे रखकर here कम्पाउंड के बाहर सड़क के किनारे बिखर गए थे। छोले-कुलचे वाले का रोज़गार गर्म था, और कमेटी के नल मोहन राकेश
Image: Courtesy Amazon Prepared by Agyeya, the pen identify of Satchidananda Hirananda Vatsyayan, this Hindi fiction book was initially released in 1940. The novel is really a groundbreaking get the job done and is considered a landmark in Hindi literature. Agyeya, an influential determine from the Chhayavaad motion, delivers to everyday living the tumultuous journey of your protagonist, Shekhar, by means of a variety of phases of his daily life. The novel explores Shekhar’s evolution from the carefree and idealistic youth to some experienced unique grappling with the complexities of existence.
नैतिक शिक्षा – दोस्त सुख-दुःख के साथी होते है। उनसे प्यार करना चाहिए कोई बात छुपाना नहीं चाहिए।
उदाहरण के लिए इस कहानी का पहला पैरा ही देखिए :
अमूल अमेरिकी दूध बाज़ार पर पकड़ बनाने के लिए कर रहा ये कोशिश
गाय को अपनी ओर आता देख सभी लड़के नौ-दो-ग्यारह हो गए।
कहानी एक बड़ा सबक देती है कि हमें अपने दोस्तों का चयन बहुत ध्यान से करना चाहिए।